वो सोचें किसी को और मेरा ख्याल आ जाये
ज़िन्दगी तुम से बेहतर हुई ये सवाल आ जाये
मैं बोलूं चाँद तारों से और रात चेहरा निकाल आ जाये
मेरा प्यार जैसे गली के छोर पे दीवाल आ जाये
भूल जाऊं अपनी सारी खूबियां बेशक कोई हर्ज़ नहीं
गर तुझको भुला सकने का मुझको कमाल आ जाये
~ ओपियम
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