a blog by o p rathore
और धुंध में खो जाते हैं
वही हैं मेरे गांव के लोग
उन्हीं के वहां से आया हूं मैं
वहीं उदासीन मोहल्ले में मेरा घर पड़ता है
Post a Comment
No comments:
Post a Comment