Namaskar
a blog by o p rathore
Tuesday, June 8, 2021
Sawaal
सब पूछते हैं मुझसे..
मैं उतना कामयाब क्यों नहीं
जितना हो सकता था
मैं नहीं रोया उन बातों पर
जिन पर रो सकता था
किस्मत की खा रहा हूं शायद
जितना पाया उससे ज्यादा
खो सकता था
इतना भी काफी है
इतना ही हो सकता था..
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