जब सब ठीक चल रहा हो
और बुरे की आशंका न हो
मन की उस दशा को
कब किसने पाया है
पा कर सब खो देना है
फिर भी अर्जन का अर्जुन बनना
यही तो माया है।
और बुरे की आशंका न हो
मन की उस दशा को
कब किसने पाया है
पा कर सब खो देना है
फिर भी अर्जन का अर्जुन बनना
यही तो माया है।
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