Namaskar
a blog by o p rathore
Sunday, August 3, 2014
सपना ,
ख्वाब के लिफाफे में रख के
किस्मत का लगाके डाक टिकेट
डाल दिया है कर्म के डब्बे में।
सरकारी चिठियों की तरह
अब ये भटकेगा और खो जायेगा
और मैं देखता रहूंगा राह
सोचूंगा
शायद जवाब आज आएगा
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment