
मैं नए मोबाइल बूझता रहता हूँ
नई गाड़ी जो आये या आने कि खबर हो
उसकी समझ घोंट लेता हूँ
टॉक टाइम अलग अलग नेटवर्क पे क्या दाम मिल रहे हैं
जानता छानता रहता हूँ
बेस्ट प्लान, बेस्ट फ़ोन, tab , ipad , सब bestest
ढूँढने कि सनक पिनक में रहता हूँ
बस इतनी सी मेरी खोज है
सबकी ऐसी ही होती हैं मिलती जुलती अपनी अपनी,
मुझे समझना है सब कुछ - सब समझ के भूल जाना है,
इतनी बेमतलब सी है ज़िन्दगी
कि इन बातों से कुछ सार भर लेता हूँ
वर्ना समझता हूँ अपने भीतर मैं भी
मेरे लिए ये कुछ ख़ास काम के नहीं,
क्योंकि मेरा फ़ोन, मेरा handset, मेरा कंप्यूटर
मेरा टॉक टाइम मेरी गाडी नहीं बदलते इन्हें जानके भी
सब पता रहे और update भी होता रहे इसका अभ्यास
कराती है ज़िन्दगी...
कभी मुंह ताकती है कभी लम्बी तान के सो जाती है ज़िन्दगी.
2 comments:
This is what I keep doing
Post a Comment