खूबी मुझमे एक भी नहीं
फिर भी खुद को सबसे अच्छा मानता हूँ
झूठ बोलता हूँ हर सांस के साथ
फिर भी खुद को सबसे सच्चा मानता हूँ
मेरा ज्ञान पके फल जैसा है
औरों का ज्ञान मैं कच्चा मानता हूँ
जानते हो कौन हूँ मैं
मैं तुम्हारी अज्ञानता हूँ
~ ओ पी
No comments:
Post a Comment