शहीदों को प्रणाम
उनको विशेष प्रणाम जिन्होंने
देश को नहीं मानवता को अपनाया
उनको परम प्रणाम जिन्होंने बिना किसी को कष्ट दिए
ज़िन्दगी जी
लड़ने मरने वालों के समाज में एक शांति का कोना बनाया
उनको कोटि कोटि प्रणाम जिन्होंने संतोष किया और
बिना शिकवा शिकायत किये ज़िन्दगी जी
उनकी शहादत पर खड़ी है समाज की सुंदरता
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