जिनसे मिले उनमे कभी
खेल मिले खिल्लियाँ मिली
बंदगी नहीं मिली
कमा के जमा के
खुद को सजा के
चलती रहीं राजपथ पे
वो झांकियां मिलीं
हाथ मिला के
न हाथ
न तसल्ली कभी मिली
झटक के लौट जाये
वो बेचैनियाँ मिलीं
लौटते हुए किसी ने
पुकारा नहीं कभी
बस इतना कहा
भूल गए हमें?
सब जानती सी
सब बुझती सी
नौटंकियां मिलीं
अनजाने नन्हे बच्चे ने
जो पकडे बाल या
उंगली मेरी कभी
लगा ज़िन्दगी कस
के सीने से मुझे मिली
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